Best Motivational Poem,आगे बढ़ता हूं
आगे बढ़ता हूं
कुछ भी
मेरे सपनों से बड़ा नहीं
कोई भी परेशानी
मेरे सपनों से बड़ी नहीं
कोई भी दुख
मेरे सपनों से बड़ा नहीं
झुकता हूं, रुकता हूं, गिरता हूं और संभलता हूं,
पर निरंतर आगे बढ़ता हूं
आगे बढ़ता हूं
अपने सपनों के लिए
आगे बढ़ता हूं
अपने लिए
आगे बढ़ता हूं
अपने ख्वाबों को हकीकत में बदलने के लिए
आगे बढ़ता हूं
इस दुनिया पर अपनी छाप छोड़ने के लिए
आगे बढ़ता हूं
किसी की जिंदगी संवारने के लिए
आगे बढ़ता हूं
इस जमाने में अपनी एक छोटी सी जगह बनाने के लिए
आगे बढ़ता हूं
इस कामयाबी के शिखर पर पहुंचने के लिए
आगे बढ़ता हूं
एक अच्छा इंसान बनने के लिए
आगे बढ़ता हूं
अपनी नजरों में उठने के लिए
अपनी नजरों में उठने के लिए
-अविनाश शाही