Emotional Hindi Poetry

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    Sad Hindi Poetry,दूर का सितारा

     

    Sad Hindi Poetry,दूर का सितारा

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    आज फिर मेरे दिल के जज्बात मेरे होठों पर आते-आते रह गए.

    आज फिर मैंने अपनी धड़कनों को समझा दिया.

     

    आज फिर मैंने उसकी तरफ अपने बढ़ते कदम पीछे खींच लिए.

    आज फिर मैं इस ख्याल से घबड़ा गया कि कहीं मैं उसकी दोस्ती भी ना खो बैठू.

     

    यह कैसी दुनिया है जहां दिखावे की मोहब्बत है.

    जहां खूबसूरती बाजारों में बिका करती है.

     

    जहां सही और गलत में फर्क करना मुश्किल है.

    जहां लोगों के दर्द को आप चाह कर भी कम नहीं कर सकते.

     

    मैं चाह कर भी उसे अपना नहीं बना सकता.

    हर मोहब्बत मुकर्रर हो यह जरूरी तो नहीं.

     

    हर चाहत पूरी हो यह जरूरी तो नहीं.

    वह दूर का सितारा है

     

    मैं चाह कर भी उस तक नहीं पहुंच सकता

    वह दूर का सितारा है

     

    जो मुझे अपना बना गया

    मेरी यह जिंदगी अधूरी ही सही

     

    मेरे ये जज्बात अधूरे ही सही

    मेरी यह मोहब्बत अधूरी ही सही

     

    वह दूर का सितारा है…दूर का

     

    -Avinash Shahi~Hindi Jazbaat~

     

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    Emotional Hindi Poetry,लम्हा तेरी याद का

    Emotional Hindi Poetry,लम्हा तेरी याद का
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    हर रात दस्तक देता है

    रहता तू मेरे अंदर ही कहीं हैं

    तो क्यों हर रात मेरे दिल पर दस्तक देता है

     

    रहता तू मेरे अंदर ही कही है

    तो क्यों तुम्हारे बगैर मैं अपने आप को

    अधूरा सा महसूस करता हूं

    लम्हा तेरी याद का सोने न देता है

     

    तेरी यादें, मेरी पलकें भिगो जाती है

    हर चेहरे में, मैं तुझे ही तलाशता हूं

    तेरे बगैर यह घर, घर नहीं लगता

    लम्हा तेरी याद का, सोने न देता है

     

    तुम्हें दूर जाना ही था ,तो अपनी यादें लेते जाते

    तुम्हें दूर जाना ही था, तो मेरे करीब ना आते

     

    मुझे अपना ना बनाते हैं

    मेरे दिल ने मुझसे, बगावत कर दी है

    मेरा दिल तुम्हारी, धड़कने सुनना चाहता है

    फिर तुम्हारे करीब, आना चाहता है

    लम्हा तेरी याद का, सोने न देता है

     

    अब अंधेरे में रहना मुझे अच्छा लगता है

    दिन और रात का फर्क, अब पता नहीं चलता

    मुझे मालूम है

    तुम्हारे लिए मेरी खुशियां ही, सब कुछ थी

    पर तुम्हारी यादों को, कहां छोड़ आऊ

    यह तो मेरे अंदर ही कही है

    लम्हा तेरी याद का सोने न देता है

    -Avinash Shahi~Hindi Jazbaat~

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  • Hindi Poetry on Life
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    Hindi Poetry on Life,जितना है उतना काफी है

    Hindi Poetry on Life,जितना है उतना काफी है

     

    ख्वाहिशों का कहां अंत होता है,

    सब कुछ कहां किसी को नसीब होता है,

     

    जीवन की धारा के साथ जीना ही तो जीना है,

    परिस्थितियां कहां हमारे बस में होती है,

    जितना है उतना काफी है जिंदगी जीने के लिए !

     

     

    हर खुशी किसी को कहां नसीब होती है,

    उतार-चढ़ाव किसके जिंदगी में नहीं होता,

     

    कौन ऐसा है जो परिस्थितियों से नहीं लड़ता,

    बिना गिरे कौन भागना सीखता है,

     

    बिना दुख के सुख का एहसास किसको होता है

    मंजिल तक कहां पलक झपकते ही पहुचा जाता है !

     

    यह दुनिया किसी को इतनी जल्दी कहां अपनाती है,

    सच्चा प्यार इतनी आसानी से कहां मिलता है,

     

    जितना है उतना काफी है जिंदगी जीने के लिए!

    जितना है उतना काफी है आगे बढ़ने के लिए!

    -Avinash Shahi~Hindi Jazbaat~

     

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    Sad Hindi Poetry,तुम पहले ही बता देते


    Sad Hindi Poetry,तुम पहले ही बता देते

     

    तुम पहले ही बता देते अगर तुम्हें जिंदगी में आसान रास्ते ही चुनने थे तो ?

    अगर तुम्हें हालातों के सामने घुटने टेकने ही थे तो

     

    अगर तुम्हें प्यार के मायने समझने ही नहीं थे तो

    अगर तुम्हें रास्ते यूँ बदलने ही थे तो

     

    अगर तुम्हें मुझसे यूं आंखें चुरानी ही थी तो

    अगर तुम्हें मुझे इस भागती हुई दुनिया में यूं छोड़ना ही था तो

     

    अगर तुम्हें मेरे साथ घुटन होती थी तो

    तुम पहले ही बता देते 

     

    सुनो प्यार बंधन नहीं है 

    प्यार में बंदिशे नहीं होती

    प्यार एक खूबसूरत एहसास है

    प्यार एक दूसरे की ताकत है

    प्यार दिल से दिल तक पहुंचने का रास्ता है

     

     

    तुम पहले ही बता देते

    मैं तुम्हें जाने देता 

    अपने आप से जुदा कर देता 

    अपने दिल को समझा देता

     

    तुमको खुश रखना ही मेरी चाहत थी 

    तुम्हें अपना बनाना मैं चाहता था

    तुम्हारे साथ ताउम्र मैं जीना चाहता था

    तुम्हारे हाथ थामे मै जिंदगी के इन राहों पर चलना चाहता था

    तुम पहले ही बता देते अगर राहे बदलनी ही थी तो!!!

     

    -Avinash Shahi~Hindi Jazbaat~

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    Emotional Hindi Poetry,दूर जा रहा है

     

    Emotional Hindi Poetry,दूर जा रहा है

     

    आज वह मुझे जिंदगी की बारीकियां सीखा के कहीं दूर जा रहा है….

    मुझे अपना हुनर सीखा के, वो कहीं दूर जा रहा है….

    जिंदगी के रास्तो की पहचान कराके, वो कही दूर जा रहा है….

     

    मुझे अपना तजुरबा दे के, वो कही दूर जा रहा है….

    शहर की इस भीड़ में भी अलग दिखने का तरीका, बता के वो कही दूर जा रहा है….

    मुझे अपना जिंदगी जीने का अंदाज़ सीखा के वो कही दूर जा रहा है…

     

    लोगों को परखने की अपनी वो अदा बता के वो कही दूर जा रहा है….

    दुनिया को एक अलग नज़रिये से देखने का अपना वो हुनर दे के वो कही दूर जा रहा है…

     

    वह मुझसे दूर तो जा रहा है पर….

    मुझ में अपने आप को छोड़े जा रहा है…

     

    वह मुझसे दूर तो जा रहा है पर….

    अपनी छाप मुझ पे छोड़े जा रहा है…

     

    वह मुझसे दूर तो जा रहा है पर….

    इस तेज़ धूप में भी उसकी छाया मुझ पर है… 

     

    वह मुझसे दूर तो जा रहा है पर….

    हर दम वो मेरे साथ है…

     

    वह मुझसे दूर तो जा रहा है पर….

    कभी ना हार मानने वाला अपना वो जुनून मुझे दिए जा रहा है…

     

    क्या वह सच में मुझसे दूर जा रहा है !!!

    या हर लम्हा वह मेरे साथ है साये की तरह!!!

    -Avinash Shahi

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    Hindi Poetry on Life, मेरा गाँव

     

     मेरा गाँव(Hindi Poetry on Life)

     

    नौकरी की तलाश में मैं शहर तो आ गया था…

    पर मेरा दिल अब भी वही मेरे गांव में था…

     

    यहां लोगों के बीच चलते हुए भी मैं अकेला था..

    पता नहीं मुझे ऐसा क्यों लग रहा था कि हर आंख मुझे ही परख रही है…

     

    हर एक शख्स पता नहीं जिंदगी की किस भागा दौड़ी में भागे चले जा रहा था…..

    बस अपने सर को झुकाए हुए…चले जा रहा था…

     

    मुझे कहीं ना कहीं ऐसा लग रहा था की…

    वह भी मेरी तरह अपनी जिंदगी में कुछ समझौते कर रहा हैं…..

     

    ये  जिंदगी भी कितनी बड़ी कीमत लेती है आगे बढ़ने की…

    मैं शहर तो आ तो गया था पर मेरा दिल अब भी…

    वही मेरे गांव में था…

    -Avinash Shahi