Hindi Poetry on Life, यह एक नई शुरुआत है…
Hindi Poetry on Life,
यह एक नई शुरुआत है…
नए रास्ते, नए सपने, नए हम
जीवन की धारा के साथ बहते रहे हम
कुछ भूल गए ,कुछ को भुला दिया
और बढ़ते रहे हम
यह एक नई शुरुवात है
किन बातों पर दुखी रहूँ
क्यों परिस्थितियों को कोसू
चलना मेरा कर्तव्य है
बस चलते रहे हम
यह एक नई शुरुआत है
सीखता गया मैं अपनी हर ठोकर से
ना रुका कभी, ना झुका कही
ना कभी ठहरा कही
बस आगे बढ़ते रहे हम
यह एक नई शुरुआत है
हर दिन नई उमंग लिए चले हम
कठिन रास्तों को भी तय करते चले हम
कई मिले ,कई भीड़ में कही गुम हो गए
ना मैंने अपना किसी के लिए रास्ता बदला
ना मैंने अपने आपको कहीं भीड़ में खोने दिया
यह एक नई शुरुआत है
नए रास्तों को गले से लगाया मैंने
हर जख्म और हर चोट से कुछ न कुछ सीखता गया
जीवन का हर लम्हा मेरा अपना है
यह एक नई शुरुआत है
नए रिश्तो को अपनाया मैंने
जो साथ थे.. उनको ना भुलाया मैंने
ना किसी जाते हुए को रोका
हर किसी को दिल से लगाया मैंने
कुछ ने दर्द दिया
कुछ मेरे हो गए
यह एक नई शुरुआत है
हर सुबह कुछ सपने लिए उठूँ मैं
कुछ सपनों को पा लिया
कुछ सपने कहीं टूट गए
कुछ सपनों ने सोने ना दिया
कुछ हकीकत हो गए
कुछ के पूरा ना होने का गम रहा
मैं अपने आप से जूझता ही रहा
आगे बढ़ता ही रहा
यह एक नई शुरुआत है
यह एक नई शुरुआत है
-Avinash Shahi~Hindi Jazbaat~
3 Comments
manoj kharwar
great poem
Avinash Shahi
Thank You Manoj Ji 🙂
geny
very nice post