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Hindi Poetry on Life,जितना है उतना काफी है
Hindi Poetry on Life,जितना है उतना काफी है
ख्वाहिशों का कहां अंत होता है,
सब कुछ कहां किसी को नसीब होता है,
जीवन की धारा के साथ जीना ही तो जीना है,
परिस्थितियां कहां हमारे बस में होती है,
जितना है उतना काफी है जिंदगी जीने के लिए !
हर खुशी किसी को कहां नसीब होती है,
उतार-चढ़ाव किसके जिंदगी में नहीं होता,
कौन ऐसा है जो परिस्थितियों से नहीं लड़ता,
बिना गिरे कौन भागना सीखता है,
बिना दुख के सुख का एहसास किसको होता है
मंजिल तक कहां पलक झपकते ही पहुचा जाता है !
यह दुनिया किसी को इतनी जल्दी कहां अपनाती है,
सच्चा प्यार इतनी आसानी से कहां मिलता है,
जितना है उतना काफी है जिंदगी जीने के लिए!
जितना है उतना काफी है आगे बढ़ने के लिए!
-Avinash Shahi~Hindi Jazbaat~
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Motivational Hindi Poem| Inspirational Hindi Poetry,सुबह साथ लाई है
Motivational Hindi Poem| Inspirational Hindi Poetry,सुबह साथ लाई है
(Video Link)
रातों को कहीं पीछे छोड़ते हुए,ख्वाबों को हकीकत की तरफ मोड़ते हुए,
यह सुबह फिर चौखट पर आई है,
अपने साथ खुशियां लाई है!
रातों में देखे ख्वाबों को,
कुछ छूटे पड़े कामों को,
कुछ अधूरी चाहतों को,
पूरा करने का मौका भी साथ लाई है,
यह सुबह बहुत कुछ अपने साथ लाईं है!
कुछ रातों में सिसकते ही सो गए,
कुछ किसी की यादों में करवटें बदलते ही रह गए,
उन रातों के मुसाफिरों के लिए,
यह सुबह रोशनी भी साथ लाई है!
ये सबह बहुत कुछ अपने साथ लाई है
हर सुबह एक मौका है,
अपने आप को साबित करने का,
चाहतों को पूरा करने का,
कुछ रिश्तो को थामने का,
अपने आप को सवारने का,
लोगों के चेहरे पर मुस्कुराहट लाने का,
यह सुबह बहुत कुछ अपने साथ लाईं है!..बहुत कुछ!
-Avinash ~Hindi Jazbaat~
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Hindi Poetry on Zindagi,मेरी मजबूरी को समझो
Hindi Poetry on Zindagi,मेरी मजबूरी को समझो
मेरी मजबूरी को समझो,
मुझे झुकना नहीं आता,
कभी हार मानना नहीं आता,
परिस्थितियाँ कैसी भी हो,
मुझे टूटना नहीं आता!
मेरी मजबूरी को समझो
मैं कैसे अपने आप को दुनिया की तरह बदल लू,
मैं कैसे आसान रास्तों को ही चुन लू,
मैं कैसे झूठे लोगों से मुस्कुराहट लिए मिलू!
मेरी मजबूरी को समझो,
मुझे दुनिया की यह चकाचौंध अच्छी नहीं लगती,
मेरी चाहते कुछ अलग है,
मैं बस लोगों के चेहरे पर मुस्कुराहट चाहता हूं,
मुझे अच्छा लगता है किसी अनजान सफर पर निकल पड़ना
और कुछ अनजान लोगों से बातें करना!
मेरी मजबूरी को समझो
मैं जानता हूं पहले अपने आप को पाने के लिए इन राहों पर भटकना होगा,
संभलना होगा और अपने आपको खोना होगा!
मेरी मजबूरी को समझो
मैं इस दुनिया में कुछ अलग पहचान बनाने आया हूं,
मुझे प्यार के बंधन में ना बांधो,
बस मेरे साथ रहो,
मेरे साए की तरह,
मुझे पहले अपने आप को पा लेने दो,
अपना मकसद तलाश लेने दो,
कुछ अपनी पहचान बना लेने दो,!
मेरी मजबूरी को समझो!
मेरी मजबूरी को समझो!
Avinash Shahi~Hindi Jazbaat~
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Hindi Poetry on Life,मेरा यकीन करो
Hindi Poetry on Life,मेरा यकीन करो
हालातों से लड़ा जा सकता है…
अपने अंदर की खूबसूरती को निखारा जा सकता है…
खुश रहने के मायने तलाशे जा सकते हैं…
दूसरों के दिए गमों को भुलाया जा सकता है …
मेरा यकीन करो
अपनी नजरो में उठा जा सकता है…
लड़खड़ाते कदमों से भागा जा सकता है …
अपनी अच्छाई से दुनिया को बदला जा सकता है…
अपनी खुशियों को लोगों में बांटा जा सकता है…
सच्चाई के रास्तो पर चला जा सकता है …
अपने रिश्तो को संजोया जा सकता है…
मेरा यकीन करो
इस तपती धूप में भी छाया ढूंढ़ी जा सकती है…
धीरे धीरे भी आगे बढ़ा जा सकता है …
अपनी जिंदगी को एक और मौका दिया जा सकता है…
एक और बार प्यार किया जा सकता है…
किसी अपने के जिंदगी को सवारा जा सकता…
मेरा यकीन करो
रास्ते हम खुद बनाते हैं
रुकावटो को लांघा जा सकता है
अपने हाथों की लकीरों को झूठलाया जा सकता है
गिरकर दोबारा उठा जा सकता है
मेरा यकीन करो! मेरा यकीन करो!
-Avinash Shahi~Hindi Jazbaat~
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Sad Hindi Poetry,तुम पहले ही बता देते
Sad Hindi Poetry,तुम पहले ही बता देतेतुम पहले ही बता देते अगर तुम्हें जिंदगी में आसान रास्ते ही चुनने थे तो ?
अगर तुम्हें हालातों के सामने घुटने टेकने ही थे तो
अगर तुम्हें प्यार के मायने समझने ही नहीं थे तो
अगर तुम्हें रास्ते यूँ बदलने ही थे तो
अगर तुम्हें मुझसे यूं आंखें चुरानी ही थी तो
अगर तुम्हें मुझे इस भागती हुई दुनिया में यूं छोड़ना ही था तो
अगर तुम्हें मेरे साथ घुटन होती थी तो
तुम पहले ही बता देते
सुनो प्यार बंधन नहीं है
प्यार में बंदिशे नहीं होती
प्यार एक खूबसूरत एहसास है
प्यार एक दूसरे की ताकत है
प्यार दिल से दिल तक पहुंचने का रास्ता है
तुम पहले ही बता देते
मैं तुम्हें जाने देता
अपने आप से जुदा कर देता
अपने दिल को समझा देता
तुमको खुश रखना ही मेरी चाहत थी
तुम्हें अपना बनाना मैं चाहता था
तुम्हारे साथ ताउम्र मैं जीना चाहता था
तुम्हारे हाथ थामे मै जिंदगी के इन राहों पर चलना चाहता था
तुम पहले ही बता देते अगर राहे बदलनी ही थी तो!!!
-Avinash Shahi~Hindi Jazbaat~
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Hindi Poetry on Love, तलाश
Hindi Poetry on Love, तलाश
हजारों में से किसी एक को तलाश पाना आसान है क्या?
जिससे दिल मिले
जिसकी मुस्कुराहट पर जान छिड़कने का मन हो
जिस के इंतजार में भी मजा आए
जिससे जितनी बातें करो कम हो
हजारों में से किसी एक को तलाश पाना आसान है क्या?
जिस के करीब होने भर से ही धड़कनें बढ़ जाए
जिसका पहला और आखिरी प्यार आप हो
जिसका हर दर्द अपना लगे
हजारों में से किसी एक को तलाश पाना आसान है क्या?
जो अपनी खुशी से पहले आपकी छोटी-छोटी चाहतों का ध्यान रखे
जो आपका तब तक पलकें बिछाए इंतजार करें जब तक आप ना आ जाओ
जो आपकी आंखें भर देखकर ही आपके दिल के जज्बातों को समझ जाए
जिसकी जिंदगी का आप अधूरा हिस्सा हो
जिसकी किताब का आप वो खूबसूरत हिस्सा हो
जो जिंदगी में आगे बढ़ने की चाहत के साथ भी आपके हाथों को थामे रखें
जिसकी हर प्रार्थना में आप हो
जो बिना किसी चाहत के आपकेजीवन को बेहतर बनाते रहे
जो बिना किसी चाहत केआपकी जिंदगी में रंग भरते रहे
जो बिना किसी चाहत के आपको सँवारते रहेदुनिया की इस भीड़ में ऐसे शख्स को तलाश पाना आसान है क्या?
-Avinash Shahi