Poem on Dreams in Hindi,चाहता हूँ
Poem on Dreams in Hindi
चाहता हूँ
इस सर्द मौसम में
ओस की बूंद बन जाना चाहता हूं
इस सुबह की धुंध में
कहीं खो जाना चाहता हूँ
इन लंबी रातों में
कहीं गुम हो जाना चाहता हूँ
जिंदगी के इन खूबसूरत रास्तो पे
अपने निशा छोड़ जाना चाहता हूं
इन खूबसूरत वादियों में
अपनी खुशबू बिखेर देना चाहता हूँ
इस खुले आसमान में
उड़ जाना चाहता हूँ
उड़ जाना चाहता हूँ
-Avinash Shahi