Sad Hindi Poetry ,सब अधूरा लगता है
सब अधूरा लगता है
तुम्हारे बिना यह घर सूना लगता है
अब यह चारदीवारी भी बेगानी सी लगती है
मेरी यह जिंदगी भी अधूरी सी लगती है
आ जाओ फिर लौट के
इस रिश्ते को दोबारा से सींचेंगे
तुम बस इस प्यार की डोर को थामे रखना
तुम बस मेरी चाहत पर विश्वास किये रखना
तुम्हारे बिना सब अधूरा लगता है
तुम्हारी यादें भी वक्त बेवक्त करीब आ ही जाती है
तुम्हारी बातें भी वक्त बेवक्त याद आ ही जाती है
आ जाओ फिर एक बार मुझे मुकम्मल कर दो
अधूरापन अब अच्छा नहीं लगता
टूटे ख्वाब अच्छे नहीं लगते
अधूरे सपने काटने को दौड़ते हैं
तुम्हारा होना ही मेरी मुकम्मल जिंदगी है
एक बार फिर से आ जाओ
एक बार फिर से आ जाओ
-Avinash Shahi ~Hindi Jazbaat~